लेखनी प्रतियोगिता - सारा आकाश
सारा आकाश
उम्र गुजरने के बाद याद आया,
उम्र का गुजारना क्या होता है,
जिन फुरसत के पलों को ढूंढते रहे,
वो मिलते नहीं,उनको बनाना पड़ता है,
पढ़ाई, शादी और कैरियर,
इन के बीच कहीं खो गया सुकून,
अब जाकर ये समझ आया कि,
जिंदगी में हर चीज का संतुलन जरूरी होता है,
ढलने की और बढ़ चली है, ये जिंदगी
और कुछ चाहतें अब भी हैं अधूरीं,
पर समझने लगे हैं हम,
कि हर नसीब में सारा आकाश कहां होता है।।
प्रियंका वर्मा
28/12/22
डॉ. रामबली मिश्र
28-Dec-2022 07:17 PM
बेहतरीन
Reply
सीताराम साहू 'निर्मल'
28-Dec-2022 06:18 PM
शानदार
Reply
Mahendra Bhatt
28-Dec-2022 11:06 AM
बेहतरीन
Reply